लेखनी प्रतियोगिता -31-May-2022
कभी दोस्ती कहेंगे कभी बेरुख़ी कहेंगे
जो मिलेगा कोई तुझसा उसे ज़िन्दगी कहेंगे
तेरा देखना है जादू तेरी गुफ़्तगू है खुशबू
जो तेरी तरह चमके उसे रोशनी कहेंगे
नए रास्ते पे चलना है सफ़र की शर्त वरना
तेरे साथ चलने वाले तुझे अजनबी कहेंगे
है उदास शाम राशिद नहीं आज कोई क़ासिद
जो पयाम उसका लाए उसे चांदनी कहेंगे
Swati chourasia
02-Jun-2022 06:53 PM
वाह बहुत खूब 👌
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Shrishti pandey
01-Jun-2022 08:54 PM
Nice
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Punam verma
01-Jun-2022 09:09 AM
Nice
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