NIKITA SHUKLA

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -31-May-2022

कभी दोस्ती कहेंगे कभी बेरुख़ी कहेंगे

जो मिलेगा कोई तुझसा उसे ज़िन्दगी कहेंगे

तेरा देखना है जादू तेरी गुफ़्तगू है खुशबू
जो तेरी तरह चमके उसे रोशनी कहेंगे

नए रास्ते पे चलना है सफ़र की शर्त वरना
तेरे साथ चलने वाले तुझे अजनबी कहेंगे

है उदास शाम राशिद नहीं आज कोई क़ासिद
जो पयाम उसका लाए उसे चांदनी कहेंगे

   9
9 Comments

Swati chourasia

02-Jun-2022 06:53 PM

वाह बहुत खूब 👌

Reply

Shrishti pandey

01-Jun-2022 08:54 PM

Nice

Reply

Punam verma

01-Jun-2022 09:09 AM

Nice

Reply